फ्यूचरिस्टिक डिज़ाइन और आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा पटना का हवाई अड्डा


 

 नई दिल्ली : बिहार की राजधानी पटना के जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यात्रियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए इसके आधुनिकीकरण का काम तेजी से चल रहा है. कुल 1216.90 करोड़ की लागत वाले इस परियोजना का मार्च 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है.
 
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पिछले पांच वर्षों से प्रत्येक वर्ष यात्री वृद्धि के मामले में यह भारत का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ हवाई अड्डा है. इसके मौजूदा टर्मिनल से अब हरेक साल 4.5 मिलियन (45 लाख) यात्रियों का आवागमन होता है. नए टर्मिनल बनने के बाद यहां की हैंडलिंग कैपिसिटी 8.0 मिलियन (85 लाख) यात्रियों की हो जाएगी.

नए रूप में सामने आएगा यह हवाई अड्डा

पटना हवाई अड्डे के आधुनिकीकरण की यह महत्वाकांक्षी परियोजना मार्च, 2023 तक पूरी होने वाली है. इसमें अत्याधुनिक सुविधाओं, कार्गो कॉम्प्लेक्स, मल्टी-लेवल कार पार्किंग, एयर ट्रैफिक कंट्रोल-कम- के साथ एक नया एकीकृत टर्मिनल भवन का निर्माण भी शामिल है. तकनीकी बिल्डिंग, एयरपोर्ट फायर स्टेशन, न्यू एप्रन जिसमें 14 एयरक्राफ्ट पार्किंग बे हैं.

आधुनिकीकरण के बाद, हवाई अड्डे की वार्षिक संचालन क्षमता बढ़ाकर प्रति वर्ष 8 मिलियन यात्रियों तक पहुंचाई जाएगी, जिसमें 7,00,000 वर्गफुट का कुल क्षेत्रफल अलग प्रस्थान (ऊपरी) और आगमन (लोअर) का स्तर होगा, जो प्रस्थान स्तर के साथ हवाई अड्डे के प्रवेश द्वार के लिए एक फ्लाईओवर से जुड़ा होगा. और मल्टी-लेवल कार पार्किंग के लिए लिंक ब्रिज के माध्यम से जुड़ा होगा.

मॉडर्न हवाई अड्डा की तरह होगा

यह नई इंटीग्रेटेड टर्मिनल बिल्डिंग 4 स्टार GRIHA रेटेड इनर्जी एफिशिएंट बिल्डिंग होगी यानि यहां दिन में अधिकतर काम सूर्य की रोशनी से ही चल जाएगा और कम से कम बिजली की खपत होगी. इस बिल्डिंग में 52 चेक-इन काउंटर बनाए जा रहे हैं. इसमें एक मॉडर्न हवाई अड्डे की तरह इन-लाइन बैगेज हैंडलिंग सिस्टम, यात्रियों के लिए पांच कन्वेयर बेल्ट, बेहतर क्वालिटी के लिफ्ट और एस्केलेटर, सेंट्रलाइज्ड एसी सुविधा वाले हॉल आदि की भी व्यवस्था होगी.

इस बिल्डिंग के इन्टीरीअर और पांच एयरोब्रिज में बिहार की कला और संस्कृति की झलक मिलेगी. यात्रियों के लिए 62000 वर्गफुट का कमर्शियल कॉम्प्लेक्स भी बनाया जा रहा है जहां विश्वस्तरीय मल्टी ब्रांड रिटेल शॉप के साथ साथ खाने पीने की भी व्यवस्था होगी.

मल्टी-लेवल कार पार्किंग

पार्किंग की चिंताओं को दूर करने के लिए, पटना एयरपोर्ट पर मल्टी-लेवल कार पार्किंग का विकास कार्य भी प्रगति पर है. तीन लाख वर्ग फुट में एक ग्राउंड + 5 मंजिला इमारत बनाई जा रही है. इसमें 750 यात्री वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था होगी. इस मल्टी-लेवल कार पार्किंग की छत पर 31,000 वर्ग फुट में कामर्शियल एरिया विकसित किया जा रहा है. पार्किंग को पैदल यात्रियों के आवागमन के लिए लिंक ब्रिज के माध्यम से न्यू टर्मिनल बिल्डिंग के प्रस्थान स्तर से जोड़ा जाएगा.

फिलहाल एक अंतरिम उपाय के रूप में हवाई अड्डे के मौजूदा टर्मिनल भवन को बढ़ाया जा रहा है. सितंबर 2020 में इस विस्तार कार्य के पूरा होने पर लगभग 2000 वर्गमीटर मौजूदा टर्मिनल में जुड़ जाएगा, जिसके परिणामस्वरूप चेक-इन काउंटरों की संख्या 15 से बढ़कर 20 हो जाएगी, आगमन कन्वेयर बेल्ट दो से बढ़कर तीन हो जाएगी, पांच हैंड बैगेज स्कैनिंग मशीनें (मौजूदा 3 से), चार महिला फ्रिस्किंग बूथ (मौजूदा 2 के स्थान पर) हो जाएंगी. इससे हवाई अड्डे पर यात्रियों के कतारों में वेटिंग समय को काफी कम कर देगा और उनके आवागमन में सुधार करेगा.

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