नितिन गडकरी ने सार्वजनिक- निजी भागीदारी मोड में बिजली आधारित व्यावसायिक रूप से प्रबंधित सार्वजनिक परिवहन प्रणाली का किया आह्वन


 
सुनील मिश्रा नई दिल्ली :  केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने सार्वजनिक-निजी भागीदारी मोड में बिजली पर आधारित प्रबंधित सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को अच्छी प्रतिक्रिया देने के लिए 'इनसाइट 2022' सम्मेलन मे हरित और स्वस्थ परिवहन के लिए सतत और अभिनव वित्त पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर लागू करने के लिए एक सही मॉडल है तो पूंजी निवेश कोई मुद्दा नहीं है।  उन्होंने कहा कि निजी वाहनों के प्रयोग को हतोत्साहित करने के प्रयास किए जाने चाहिए।  लंदन परिवहन मॉडल की सराहना करते हुए मंत्री ने कहा कि लोग कम दर में अधिक आराम चाहते हैं।  उन्होंने बस निगमों को होने वाले नुकसान को रोकने और यात्रा में आसानी को बढ़ावा देने के लिए बसों में भौतिक टिकट प्रणाली के स्थान पर कार्ड या क्यूआर कोड आधारित प्रवेश-निकास प्रणाली के उपयोग का प्रस्ताव दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इलेक्ट्रिक बसों के आने से प्रदूषण में कमी आएगी और साथ ही हम डीजल और कच्चे तेल के आयात को भी कम कर पाएंगे।
श्री गडकरी ने कहा कि हम 15 लाख करोड़ का ऑटोमोबाइल उद्योग बनाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि यह वह उद्योग है जिसमें देश में 4 करोड़ रोजगार पैदा करने की अधिकतम रोजगार क्षमता है और इस उद्योग ने राज्य और केंद्र सरकारों को अधिकतम राजस्व दिया है।

 

 मंत्री ने सीईएसएल को 5450 ई-बसों की निविदा के लिए बधाई दी जो दुनिया में सबसे बड़ी है।  उन्होंने कहा कि 50000 ई-बसों के बजाय 5 लाख बसों का लक्ष्य होना चाहिए।  श्री गडकरी ने कहा कि हरित हाइड्रोजन गतिशीलता का भविष्य है। मंत्री ने दिल्ली से जयपुर तक ई-रोड स्थापित करने का भी प्रस्ताव रखा।  उन्होंने कहा कि आर्थिक व्यवहार्यता और सतत विकास के लिए परिवहन क्षेत्र में वैकल्पिक ईंधन, नई प्रौद्योगिकियों और नवाचारों की खोज की जानी चाहिए।

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