वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साड़ी महोत्सव "विरासत" और "माई साड़ी माई प्राइड" का उद्घाटन किया
सुनील मिश्रा नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यहां 'विरासत, सेलिब्रेटिंग 75 हाथ से बुनी साड़ियों का भारत', एक विशेष बुनाई आधारित हथकरघा साड़ी महोत्सव "माई साड़ी माई प्राइड" का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि कपड़ा मंत्रालय ने देश के बुनकरों और भारत की परंपरा को प्रदर्शित करने का आयोजन कर एक अनूठा कदम उठाया है। मंत्रालय ने हाथ से बुनी 75 साड़ियां को प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री के 2014-2015 के 5 एफ (फार्म से फाइबर, फैब्रिक से फैशन और विदेश तक) का यह विजन कपड़ा मंत्रालय का एक प्रमुख उद्देश्य है जिससे बुनकरों को उनके काम को प्रदर्शित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। निर्मला सीतारमण ने सराहना की कि इन हाथ से बुनी साड़ियों के पारंपरिक महत्व और इन अति सुंदर टुकड़ों को बनाने में शामिल बुनकरों के बारे में जानकारी देने के लिए एक टच स्क्रीन डिस्प्ले लगाया गया है। उन्होंने कहा कि उद्घाटन के दौरान महिला सांसद मौजूद थीं, लेकिन उन्होंने सभी पुरुष सांसदों को भी बुनकरों से परिचित होने और देश की पारंपरिक हाथ से बुनी साड़ियों को माई हैंडलूम साड़ी, माई साड़ी, माई प्राइड के रूप में पेश करने के लिए आमंत्रित किया।
इस अवसर पर दर्शना जरदोश, माननीय केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री भी उपस्थित थी "आज़ादी का अमृत महोत्सव" में 16 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 75 हथकरघा बुनकरों द्वारा हथकरघा साड़ियों की प्रदर्शनी-सह-बिक्री की जाएगी। यह उत्सव 16 से 30 दिसंबर 2022 और तीसरे से 3 दिसंबर तक दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है। 17 जनवरी 2023 (सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक) हथकरघा हाट, जनपथ, नई दिल्ली में होगा ।
भारत का हथकरघा क्षेत्र 35 लाख से अधिक लोगों को रोजगार देता है। और प्रत्येक क्षेत्र में उत्कृष्ट साड़ियों की किस्में हैं। पैठणी, कोटपाड, कोटा डोरिया, तंगेल, पोचमपल्ली, कांचीपुरम, तिरुबुवनम, जामदानी, शांतिपुरी, चंदेरी, माहेश्वरी, पटोला, मोइरांगफी, बनारसी ब्रोकेड, तनचोई, भागलपुरी सिल्क, बावनबूटी और पश्तो साड़ी आदि जैसी साड़ियों की विशिष्टता ग्राहकों को आकर्षित करती है। दुनिया भर में विशेष कला, बुनाई, डिजाइन और पारंपरिक रूपांकनों के साथ पेश करती है.