कंपनियों में वर्कप्लेस पर यौन उत्पीड़न रोकने के लिए पोश एक्ट लागू करना वक्त की पुकार -स्वाति मालीवाल, अध्यक्ष दिल्ली महिला आयोग
सुनील मिश्रा नई दिल्ली : आज नई दिल्ली मे एयरोसिटी के अलोफ़्ट होटल मे कौशल विकास और प्रशिक्षण (CSDT) की पहल के केंद्र “नो मीन्स नो” की ओर से
पॉश कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम का उद्घाटन डॉक्टर पिंकी आनंद ने किया। उन्होंने कहा कि वर्कप्लेस में महिलाओं को सुरक्षित रखने और यौन उत्पीड़न रोकने के लिए पोश एक्ट का लागू करना बहुत जरूरी है। गौरतलब है कि देश में वर्कप्लेस पर महिलाओं का यौन उत्पीाड़न रोकने के लिए 2013 में कानून बनाया गया था। इसे पोश एक्ट (प्रिवेंशन ऑफ सेक्सुअल हैरेसमेंट) कहा जाता है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने इस कार्यक्रम में कई प्रमुख वक्ताओं के साथ टेक्निकल सेशन की अध्यक्षता की , कॉरपोरेट वर्ल्ड में सेक्स उत्पीड़न निषेध अधिनियम (पॉश एक्ट) को लागू करने पर जोर दिया। महिलाओं को यौन उत्पीड़न से निपटने का प्रशिक्षण देना चाहिए। उन्होंने “नो मीन्स नो” के कॉन्क्लेव का आयोजन करने के लिए बधाई दी। उन्होंने इस कॉन्क्लेव में शामिल होने वाले सभी प्रतिनिधियों को बधाई दी। “नो मीन्स नो” के संस्थापक श्री विशाल भसीन ने कहा कि सेक्स उत्पीड़न एक गंभीर मुद्दा है। दफ्तरों या वर्कप्लेस में इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि वह 2013 से यौन त्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम को लागू करने मे भारत के 500 से ज्यादा संस्थानों में यौन उत्पीड़न निरोधक अधिनियम (पॉश एक्ट) को लागू करने में जुटे हैं। श्री विपिन पचौरी Co Founder CSDT, ने कहा कि इस कॉन्क्लेव में लोगों की काफी अधिक संख्या में भागीदारी से बदलाव की झलक मिलती है। स्टीलकेस इंडिया में एचआर विभाग के हेड श्री गौरव ठाकुर ने दो सूचनाप्रधान पैनल डिस्कशन की अध्यक्षता की. इस कॉन्क्लेव में 100 से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हुए, जिन्होंने 40 से ज्यादा संस्थाओं का प्रतिनिधित्व किया। इसमें नेस्ले, फर्न्स एंड पीटल्स, बिग एफएम, जीएमआर, भारतीय नौसेना, आईआरसीटीसी, बैंक ऑफ बड़ौदा, एयरटेल, हीरो और टाटा ग्रुप ऑफ कंपनियों के साथ कई अन्य कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस अवसर पर 15 प्रमुख विषय के विशेषज्ञ वक्ताओं ने सभा को संबोधित किया, जिन्होंने पोश एक्ट को लागू करने में आने वाली विभिन्न चुनौतियों के संबंध में विचार-विमर्श किया और इसे लागू करने के कई असाधारण तरीकों को भी शेयर किया। इस कॉन्क्लेव के अंत में वर्कप्लेस पर महिलों का यौन उत्पीड़न रोकने की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर पॉश एक्ट पर एक हैंडबुक का विमोचन भी दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने किया।
इस अवसर पर अन्य वक्ताओं में नेस्ले एमएस में सहायक कानूनी सलाहकार मिस धवनी राव, नेस्ले इंडिया एमएस में डी एंड आई मिस आरती भारद्वाज, स्टीलकेस इंडिया में एचआर हेड गौरव ठाकुर, फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्री ट्रेड एंड सर्विसेज के महासचिव श्री आर. के. भसीन, वरिष्ठ अधिवक्ता और साइबर लॉ एक्सपर्ट पवन दुग्गल, मेस्को स्टील्स की एमडी मिस रीता सिंह ने भी वक्ता के रूप में कॉन्क्लेव को संबोधित किया।