नमो केंद्र ने वैश्विक सलाहकार परिषद सदस्य के लिए घोषित की दूसरी सूची
नई दिल्ली, 3 अगस्त 2025: नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र (नमो केंद्र) ने अपने बौद्धिक और रणनीतिक ढांचे को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। संस्था ने अपनी प्रतिष्ठित वैश्विक सलाहकार परिषद सदस्य के लिए दूसरी सूची जारी की है। यह परिषद देश के प्रमुख शिक्षाविदों, विधि विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और विचारकों का ऐसा मंच होगी, जो नमो केंद्र को अनुसंधान, जनसंवाद और राष्ट्र निर्माण के मिशन में मार्गदर्शन प्रदान करेगी। नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र की कार्यकारिणी परिषद और विषय विशेषज्ञों द्वारा की गई कठोर एवं मेरिट-आधारित समीक्षा के पश्चात 12 विशिष्ट व्यक्तित्वों का चयन इस चरण में किया गया है। चयनित सदस्यों में कुलपति, न्यायाधीश, सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता, डीन, निदेशक एवं विविध क्षेत्रों के प्रतिष्ठित विद्वान शामिल हैं।
इस चरण में चयनित किए गए सदस्यों की सूची इस प्रकार है, प्रो. टंकश्वर कुमार, कुलपति, हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय; डॉ. राजेन्द्र धर, जिला न्यायाधीश, उपभोक्ता न्यायालय, दिल्ली; सुश्री अनु बी, अधिवक्ता ऑन रिकॉर्ड, भारत का सर्वोच्च न्यायालय; प्रो. जैतेग सिंह, प्रो-वाइस चांसलर, चितकारा विश्वविद्यालय, पटियाला; प्रो. आशा भाटिया – डीन, शोध एवं डॉक्टोरल कार्यक्रम, यूनिवर्सल एआई विश्वविद्यालय, मुंबई ; प्रो. मंजूर अहमद मीर, अध्यक्ष, जैव संसाधन विभाग, कश्मीर विश्वविद्यालय; डॉ. पूजा चौधरी, सहायक आचार्य, बीएमएल मुंजाल विश्वविद्यालय; प्रो. पशमीना घोम, प्रोफेसर, सिम्बायोसिस स्किल्स एंड प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, पुणे ; प्रो. मोनिका शर्मा, डीन, कला संकाय, क्लस्टर यूनिवर्सिटी जम्मू ; डॉ. विनोद के. वर्मा, अध्यक्ष, नियामक मामलों के प्रमुख, आदित्य बिरला समूह ; डॉ. अपर्णा सिंह, प्रभारी सहायक आचार्य, प्रबंधन संकाय, महाराज सुहेलदेव विश्वविद्यालय, आज़मगढ़ डॉ. कायनात काज़ी शोध फेलो, विकसित भारत 2047 परियोजना I
नमो केंद्र वैश्विक सलाहकार परिषद सदस्यों के चयन पर गर्व व्यक्त करते हुए, नरेन्द्र मोदी अध्ययन केंद्र के प्रबंध ट्रस्टी प्रो. जसीम मोहम्मद ने कहा, "यह नमो केन्द्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। वैश्विक सलाहकार परिषद उन बुद्धिजीवियों और विशेषज्ञों के लिए एक मंच है जो 'राष्ट्र प्रथम' की भावना में विश्वास करते हैं। चुने गए व्यक्ति अपने आप में विचार नेता हैं, और उनका मार्गदर्शन एक मजबूत भारत के लिए सार्थक संवाद और शोध को आकार देगा।" उन्होंने बताया कि, "नमो केंद्र वैश्विक विचारों का एक नेटवर्क बनाने के लिए प्रतिबद्ध है जो भारत के विकास में योगदान दे सकते हैं। वैश्विक सलाहकार परिषद एक मंच पर अकादमिक उत्कृष्टता और नीतिगत सोच लाने की एक पहल है।" चयनित बारह सदस्यों को जल्द ही उनकी भूमिकाओं और आगामी गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त होगी। नमो केन्द्र इस वैश्विक सलाहकार परिषद की भागीदारी के हिस्से के रूप में अभिविन्यास सत्र, विषयगत चर्चा और संयुक्त शोध कार्यक्रमों की मेजबानी भी करेगा। प्रो. जसीम मोहम्मद ने कहा, “श्री नरेंद्र मोदी जी एक नए भारत की परिकल्पना हैं। । नमो केन्द्र की वैश्विक सलाहकार परिषद बौद्धिक और शैक्षणिक शक्ति को राष्ट्र निर्माण, आत्मनिर्भरता और वैश्विक नेतृत्व के उनके मिशन के साथ जोड़ने का हमारा प्रयास है। यह पहल भारत के लिए उनके परिवर्तनकारी एजेंडे के प्रति हमारी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।"
नरेन्द्र मोदी अध्ययन केंद्र एक जीवंत, बौद्धिक और रणनीतिक समुदाय बनाने के अपने दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहा है जो विकसित भारत 2047 का समर्थन करता है और अधिक समावेशी और सशक्त भारत में योगदान देता है।