श्रीलंकाई सिविल सेवकों के प्रतिनिधिमंडल ने "स्वच्छ शहर - बेहतर भविष्य" को लेकर एनडीएमसी का किया दौरा
सुनील मिश्रा नई दिल्ली : श्रीलंका के वरिष्ठ सिविल सेवकों के एक 40 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आज "स्वच्छ शहर - बेहतर भविष्य" विषय पर विचारों के साझाकरण संवाद में भाग लेने के लिए नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) का दौरा किया। यह दौरा श्रीलंकाई सिविल सेवकों के लिए शहरी परिवर्तन पर 13वें क्षमता निर्माण कार्यक्रम का एक हिस्सा था, जो 27 अक्टूबर से 7 नवंबर, 2025 तक नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का आयोजन एनडीएमसी ने राष्ट्रीय सुशासन केंद्र के सहयोग से किया था। इस सत्र के दौरान, एनडीएमसी अध्यक्ष केशव चंद्रा ने एनडीएमसी के एकीकृत दृष्टिकोण पर एक व्यावहारिक विचार प्रस्तुत किये।
जिन्होंने नई दिल्ली को देश के सबसे स्वच्छ, हरित और नागरिक-हितैषी राजधानी शहरो के प्रमुख पहलों का प्रदर्शन किया, पालिका परिषद के वित्तीय सलाहकार-सह-सचिव, ओएसडी (कार्मिक/शिक्षा), मुख्य अभियंता (सिविल एवं विद्युत), मुख्य वास्तुकार, स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी, निदेशक (बागवानी) और निदेशक (प्रशिक्षण) सहित एनडीएमसी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे और उन्होंने क्षेत्र-विशिष्ट पहलों और नवाचारों पर अपने विचार साझा किए। पालिका परिषद की एमओएच - डॉ. शकुंतला श्रीवास्तव द्वारा स्वच्छता संबंधी पहलों पर एक प्रस्तुति दी गई, जिसमें मशीनीकृत स्वच्छता, रात्रिकालीन सफाई अभियान, वैज्ञानिक ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, स्रोत पर कूड़े का पृथक्करण और आरआरआर (कम करें, पुनः उपयोग करें, पुनर्चक्रण करें) मॉडल जैसी कई पहल शामिल थीं। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को समुदाय-संचालित सर्वोत्तम प्रचलनों पर आधारित अनुपम कॉलोनियों के विकास, व्यापक बागवानी और हरित आवरण विस्तार प्रयासों, वायु प्रदूषण से निपटने के लिए बिजली के खंभों पर मिस्ट स्प्रेयर लगाने और ई-कचरे के वैज्ञानिक निपटान इत्यादि के बारे में भी जानकारी दी। स्मार्ट गवर्नेंस के प्रति एनडीएमसी की प्रतिबद्धता पर ज़ोर देते हुए, एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र के प्रभारी एलजीएस अग्रवाल ने वीडियो प्रस्तुति के माध्यम से बताया कि कैसे परिषद ने मज़बूत ई-गवर्नेंस और एम-गवर्नेंस प्रणालियों के माध्यम से सार्वजनिक सेवा वितरण में व्यापक बदलाव लाई है। 49 से ज़्यादा सेवाओं की ऑनलाइन उपलब्धता और एनडीएमसी 311 मोबाइल ऐप के ज़रिए नागरिकों की निर्बाध सहभागिता सुनिश्चित करते हुए, परिषद ने निवासियों और हितधारकों के लिए एक पारदर्शी, जवाबदेह और कुशल डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण किया है। श्रीलंकाई प्रतिनिधिमंडल ने एनडीएमसी के अनुकरणीय शहरी प्रबंधन मॉडल की सराहना की और श्रीलंका की शहरी विकास रणनीतियों में इसी तरह की पहलों को अपनाने के अवसरों की तलाश की। इस कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय सुशासन केंद्र के डॉ. एपी सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
इस वैचारिक आदान-प्रदान ने स्वच्छ, हरित और टिकाऊ शहरों के वैश्विक एजेंडे को आगे बढ़ाने में ज्ञान साझेदारी और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के प्रति एनडीएमसी की प्रतिबद्धता को पुष्ट किया है।