दिल्ली मे सरकारी स्कूलो मे शिक्षको के व्यवहारिक गुणो, गुणवत्ता, अनुभव, की जाँच आवश्यक
दिल्ली मे सरकारी स्कूलो मे शिक्षको के व्यवहारिक गुणो, गुणवत्ता, अनुभव, की जाँच आवश्यक
सुनील मिश्रा - दिल्ली :
पिछले दिनो एक सरकारी स्कूल न्यू अशोक नगर के शिक्षक वी के शर्मा के अवगुणों को प्रसारित करते हुए एक समाचार वायरल हुआ था उसे देखते हुए बहुत से शिक्षको के अन्तर्रात्मा) के गुणवत्ता, आचार विचार, अनुभव, सहन्शीलता को सरकार द्वारा जांच करने की आवश्यकता है ताकि बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाया जा सके.
दिल्ली मे शिक्षा को प्रभावशाली बनाना अत्यन्त आवश्यक है जिसके लिये स्कूलो मे शिक्षा के गुरु तुल्य शिक्षको को आदर्शवान, गुणवान और प्रभावशाली होना जरूरी है.
एक आदर्श अध्यापक श्रेष्ठ और अच्छे गुणो से परिपूर्ण होना चाहिए. लेकिन राज्य सरकार इन शिक्षको की तरफ़ ध्यान न देकर केवल स्कूलो के दीवारो, फ़र्नीचर, बिल्डिंग, पेन्टिन्ग और अन्य खर्चीले कार्य की तरफ़ ज्यादा ध्यान दिया गया और इससे और भ्रष्टाचार फ़ैला है. आदर्शवान शिक्षको मे एक आदर्श गुण, प्रभावशाली वक्ता, किसी भी विषय को पढाने के गुण एवं आत्मविश्वासी होना अत्यन्त आवश्यक है. अध्यापक का फ़र्ज़ है कि विध्यार्थी को सही शिक्षा, सहनशीलता, व्यवहार मे परिवर्तन, कुशल मार्गदर्शन प्रदान करे और उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने मे कुशल परिचायक बन सके.
सरकार ने स्कूल व्यवस्था की प्रबन्धन कार्यकारिणी के सदस्यों मे अनुशासनहीनता, अनुभव का न होना, आदेशों के उल्लंघन, लापरवाही, भ्रष्टाचारी प्रवृति, अपने काम मे गम्भीरता न होना, बच्चों के एकाग्रता की ओर से अग्यान बने रहना. ये अवगुण देश के बच्चों के भविष्य के लिये एक गम्भीर समस्या है जिसे सरकार को ध्यान अवश्य देना चाहिए.
