जीके ने पार्टी नेताओं के मीडिया पर बोलने पर लगाई शर्त, बोलने से पहले लेनी होंगी अनुमति : परमिंदर*
नई दिल्ली (26 अगस्त 2020) 'जागो' पार्टी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने पार्टी के सभी पदाधिकारियों को बुधवार को जारी किए एक दफ्तरी आदेश के माध्यम से हिदायत दी है। उक्त हिदायती पत्र में पार्टी के प्रवक्ताओं को छोड़कर बाकी सभी पदाधिकारियों के मीडिया तथा सोशल मीडिया में बोलने पर शर्त लगा दी गई है। पत्र अनुसार अब पार्टी प्रमुख जीके या मीडिया विभाग प्रमुख तथा महासचिव परमिंदर पाल सिंह से हर पदाधिकारी को अपने प्रस्तावित मुद्दे तथा तथ्यों पर मीडिया या सोशल मीडिया पर बोलने से पहले पूर्व अनुमति लेनी जरूरी होगी। दरअसल जीके ने उक्त हिदायत पार्टी की धर्मप्रचार कमेटी की अध्यक्षा बीबी तरविंदर कौर खालसा की तरफ से दिल्ली कमेटी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष बीबी रणजीत कौर के खिलाफ बीते दिनों डाली गई वीडियो पर पैदा हुए विवाद के बाद सावधानी बरतते हुए जारी की है।
इस बारे जानकारी देते हुए परमिंदर ने साफ किया कि पार्टी की आधिकारिक विचारधारा को लोगों व मीडिया के सामने रखने की जिम्मेदारी पार्टी अध्यक्ष तथा पार्टी प्रवक्ताओं की है। इसलिए बीबी खालसा के ब्यान से पार्टी सहमत हो, यह जरूरी नहीं है। साथ ही पार्टी का मानना हैं कि किसी को भी सिख या गैर सिख का प्रमाण पत्र देना हमारे दायरे से बाहर है। 'जागो' पार्टी की विचारधारा सिख धर्म से संबंधित सभी संप्रदायों को साथ लेकर चलने की है। इसमें नामधारी संप्रदाय भी शामिल है, जिसकी प्रतिनिधि बताकर बीबी रणजीत कौर को गैर सिक्ख बताया गया था।सिक्खी की फुलवाड़ी को खुशहाल तथा एकजुट करना हमारा मकसद है। राह भटक चुके या सिख रहत मर्यादा से अनजान लोगों को गुरू ग्रंथ साहिब की बाणी तथा गुरु गोबिंद सिंह साहिब के 'खालसा' फलसफे से जोड़ना हमारा मुख्य मकसद है। साथ ही पार्टी किसी के निजी जीवन पर सामाजिक प्लेटफार्म पर टिप्पणी करने से भी सहमत नहीं है। हमारी कोशिश होगी की हमारे नेता चुनाव के दौरान भी निजी हमले ना करें तथा मर्यादा से बाहर जाकर भी ना बोलें। चुनाव आते-जाते रहते है, पर गलत ब्यानी इतिहास में काली स्याही से दर्ज हो जाती है।