भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, राजनेता एवं कवि श्री अटल बिहारी वाजपेयी की दूसरी पुण्यतिथि






कुछ कांटों से सज्जित जीवन,प्रखर प्यार से वंचित यौवन,
नीरवता से मुखरित मधुबन,परहित अर्पित अपना तन-मन,
जीवन को शत-शत आहुति में,जलना होगा, गलना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।

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