सेना के पीछे खड़ा है संसद! पीएम
सुनील मिश्रा नई दिल्ली : कोरोना काल के बीच संसद के मॉनसून सत्र की आज से शुरुआत हो रही है. कोरोना महामारी के कारण इस बार के सत्र में कई बदलाव किए गए हैं. लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही इस बार अलग-अलग चलेगी. वहीं, इस बार प्रश्नकाल भी नहीं होगा. वहीं, LAC पर चीन के साथ जारी तनाव और कोरोना महामारी के मुद्दे पर विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है.
इस बीच प्रधानमंत्री मोदी मौके पर संसद में पहुंचे और वहां मौजूद मीडिया को संबोधित किया। अपने संबोधन में सबसे पहले पीएम मोदी ने वहां मौजूद लोगों का हाल-चाल लिया और उनके परिवार वालों के बारे में भी पूछा। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कई बातों का जिक्र किया .उन्होंने बताया कि इस विशिष्ट वातावरण में ये सत्र होने जा रहा है। कोरोना भी है और कर्तव्य भी है और सभी सासंदों ने कर्तव्य को चुना है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि इस सत्र में कई विषयों पर चर्चा होगी और कई अनुभव होंगे। उन्होंने बताया कि लोकसभा में जितनी गहन चर्चा होती है उतना सदन, विषयवस्तु और देश को लाभ होता है। इस बार भी उस महान परंपरा में हम सासंद वैल्यू एडिशन करेंगे ऐसा मेरा विश्वास है।
अपने संबोधन में पीएम ने भारतीय सेना को याद किया और गर्व के साथ कहा कि देश का संसद एक लय में उनके पीछे खड़ा हुआ है। उन्होंने कहा, “हमारे जवान सीनाओं पर डटे हुए हैं। हिम्मत के साथ, जज्बे के साथ, बुलंद हौसलों के साथ, दुर्गम पहाड़ियों में डटे हुए हैं और कुछ समय के बाद बर्फ वर्षा भी शुरू होगी। जिस विश्वास के साथ वो खड़े हुए, मातृभूमि की रक्षा के लिए डटे हुए हैं। संसद भी और संसद के सभी सदस्य एक स्वर से, एक भाव से, एक भावना से, एक संकल्प से वो संदेश देंगे कि सेना के जवानों के पीछे देश खड़ा है। पूरा सदन देश के वीर जवानों के पीछे खड़ा है, ये बहुत ही मजबूत संदेश सदन देगा। ”