कोविड -19 और दिल्ली के बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण मे १६ और एसपीई पोल्यूशन के मुख्य बिंदु मौजूद - DMF
सुनील मिश्रा नई दिल्ली : दिल्ली मे तेजी से फैलते कोरोना मामलों और गंभीर पर्यावरण' प्रदूषण के विषय में दिल्ली में ग्रेव पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी के मुद्दे को लेकर दिल्ली मेडिकल फ़ोरम के डॉ. बी.बी. वाधवा, संयोजक, डीएमएफ और अध्यक्ष डीएमए और डॉ. हरीश गुप्ता, संयोजक, डीएमएफ और निर्वाचित सदस्य एनएमसी और डीएमसी ने एक प्रेस कान्फ़्रेन्स बुलाई इसमें विचार-विमर्श करने वाले विभिन्न विशेषज्ञों में डॉ. अरविंद कुमार अध्यक्ष लंग फाउंडेशन और मुख्य थोरेसिक सर्जन SGRH, डॉ. अजय गंभीर, सीनियर बाल रोग विशेषज्ञ और होनी शामिल थे। राज्य सचिव डीएमए, डॉ. अभिनव भनोट, पल्मोनोलॉजिस्ट, रेडिक्स हॉस्पिटल, डॉ। राहुल शर्मा, प्रमुख पल्मोनोलॉजिस्ट ले क्रिमिनल हॉस्पिटल।
डॉ। बी.बी. वाधवा ने बताया कि इस वर्ष दिल्ली के नागरिकों को सीओवीआईडी मामलों में तेजी से वृद्धि होना और पर्यावरण प्रदूषण का बिगड़ना एक खतरनाक चुनौती है जिसके लिये MASK के उपयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
डॉ। हरीश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की जनता कोविद -19 और वायु गुणवत्ता बिगड़ने से सांस की बीमारी का कष्ट सह रही है। सरकार द्वारा Covid19 और वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए तत्काल आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। डॉ। अरविंद कुमार ने कहा कि विभिन्न स्रोतों से धूल और धुएं वर्तमान संकटों में सबसे बड़े प्रदूषक हैं। स्मोक टावर्स संकटों को रोकने के लिए एक समाधान नहीं हैं। डॉ। अभिनव भनोट ने कहा कि नाक और मुंह ढकने वाला मास्क पहनना बड़ी जरूरत है। डॉ। राहुल शर्मा ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण कोविद रोगी के लिए मृत्यु दर और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक उपाय जैसे सार्वजनिक परिवहन, कारपूलिंग, धूल को नियंत्रित करना और फसलों को जलाना बंद करना सुरक्षा के लिये जरूरी कदम हैं। सभी पैनलिस्टों ने देश की राजधानी दिल्ली में पर्यावरण प्रदूषण के साथ-साथ कोविद -19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार से मजबूत इच्छाशक्ति के साथ एक सार्वजनिक आंदोलन बनाने का आग्रह किया।