आईआईएसएसएम के दो दिवसीय कॉन्केल्व मे कोविड -19 पर होगी चर्चा
कोविड-19 के आगे और चुनौतिया: एसके शर्मा
-साइबर खतरों से ज्यादा खतरा शारीरिक सुरक्षा का है: आरके सिन्हा
सुनील मिश्रा नई दिल्ली, इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिक्योरिटी एंड सेफ्टी मैनेजमेंट (आईआईएसएसएम-IISSM) का दो दिवसीय 30 वां अन्तराष्ट्रीय कॉन्केल्व आगामी 11 से 12 दिसम्बर को आभासी (वर्चुअल) विभिन्न व्यवसाय से जुड़ी चुनौतियों और इसके निराकरण को लेकर देश-विदेश के एक हजार से अधिक विभिन्न व्यवसाय से जुड़े जानकार और विद्वान चर्चा करेंगे। इस कॉन्क्लेव का उद्घाटन महाराष्ट्र के महामहिम राज्यपाल श्री भगत सिंह कोशयारी, धन्यवाद ज्ञापन हिमाचल प्रदेश के महामहिम राज्यपाल श्री बण्डारू दत्तारेय और 12 दिसम्बर को जम्मू-कश्मीर के माननीय राज्यपाल श्री मनोज सिन्हा भी प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे। कॉन्केल्व के दूसरे दिन 11 दिसम्बर को केंद्र सरकार में सड़क परिवहन, राजमार्ग और केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री नितिन जयराम गडकरी एवं केंद्रीय संसदीय कार्य- भारी उद्योग तथा सार्वजनिक उपक्रम राज्य मंत्री, भारत सरकार श्री अर्जुनराम मेघवाल प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे।. दो दिवसीय अन्तराष्ट्रीय वार्षिक कॉन्केल्व से पूर्व श्री एस.के. शर्मा राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के पूर्व महानिदेशक और वर्तमान में आई.आई.एस.एस.एम के अध्यक्ष ने कहा कि हमने कोविड-19 काल में बेहतरीन काम किया है लेकिन आगे और चुनौतियां आयेगी। असाधारण चुनौतियों को असाधारण निवारण की जरूरत होती है आई.आई.एस.एस.एम के कार्यपालक अध्यक्ष और राज्यसभा के पूर्व सदस्य श्री आर. के. सिन्हा ने कहा कि आज व्यवसाय और उद्योग को साइबर खतरों से ज्यादा खतरा शारीरिक सुरक्षा और अंतिम बिंदु सुरक्षा और डेटा लॉस प्रिवेंशन की जरूरत के साथ हम सुरक्षा उपाय करके व्यापार का माहौल बनाना ही पहली प्राथमिकता है। मैं आई.आई.एस.एस.एम के 30वें कॉन्केल्व की सफलता की कामना करता हूं।
इस वर्ष सूचना प्रौद्योगिकी (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और डेटा विश्लेषण) का उपयोग करके हानि की रोकथाम पर जोर दिया गया है। आई.आई.एस.एस.एम में हम आपको आमंत्रित करके और "उभरते प्रतिमानों में सुरक्षा और सुरक्षा सेवाओं" पर विचार-विमर्श के लिए आमंत्रित करते हैं।