ओल्ड एज होम के बुजुर्गों ने की रायपुर के ऐतिहासिक बूढ़ा तालाब की सैर
सुनील मिश्रा नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के ऐतिहासिक बूढ़ा तालाब (स्वामी विवेकानंद सरोवर) का जब से कायापलट हुआ है तब से यह प्रदेशवासियों के साथ ही पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र बन गया है। रायपुर के युवा एवं ऊर्जावान महापौर एजाज ढेबर की पहल पर इन बुजुर्गों को बूढ़ा तालाब सैर कराने की योजना बनाई गई थी। इस पूरे सैर के दौरान महापौर स्वयं उनके साथ मौजूद रहे। इस सैर के दौरान श्यामनगर स्थित लायंस वृद्ध आश्रम के 84 वर्षीय माधी धोमने के साथ ही विद्याधर दुबे (80), रमणीकलाल टांक (78), दिलीप दास (64), उमा यादव (70) प्रमुख रूप से शामिल रहे। उनके साथ आश्रम का केयर टेकर उमेश यादव भी मौजूद था। सैर के लिए आए बुजुर्ग माधी धोमने ने कहा, “जब से हमने सुना था कि बूढ़ा तालाब का सौंदर्यीकरण किया गया है तभी से हमारे मन में इसे देखने की इच्छा थी। महापौर एजाज ढेबर जी जब यह प्रस्ताव लेकर आए तो हमारी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बूढ़ा तालाब अब काफी सुंदर बन गया है। ढेबर जी को बहुत-बहुत धन्यवाद।” बुजुर्गों को बूढ़ा तालाब की सैर कराने के बारे में महापौर एजाज ढेबर ने कहा, “श्यामनगर स्थित लायंस वृद्धाश्रम के बुजुर्गों को ऐतिहासिक बूढ़ा तालाब की सुन्दरता की सैर के साथ बोटिंग करवाया। उनके चेहरों पर आई ख़ुशी और आनंद के भाव को देखकर सुकून मिला और आज फिर एक बार यह महसूस हुआ कि भगवान का आशीर्वाद लेने कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं बस बुजुर्गों के पांव छू लीजिए।”
बुजुर्गों की बोटिंग पर एक शख्स ने कहा कि सच में बहुत ही सकून भरा अनुभव रहा। बुजुर्गो के साथ बोटिंग दिल को छू लेने वाली थी। इस सैर का आनंद अनमोल था। राजधानी रायपुर के 14 वीं सदी के ऐतिहासिक बूढ़ा तालाब यानी स्वामी विवेकानंद सरोवर में रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड एवं नगर पालिक निगम रायपुर द्वारा राज्य शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के सहयोग से विकास कार्य और सौंदर्यीकरण किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में महापौर एजाज ढेबर के सतत प्रयासों से इस तालाब का कायापलट किया गया है।
अब यह पर्यटक केंद्र के रूप में विकसित हो चुका है। यहां देश का सबसे बड़ा फाउंटेन लगाया है। इसके साथ ही रंग-बिरंगी लाइटें, म्यूजिकल फाउंटेन, टनल फाउंटेन, आकर्षक लैंड स्केपिंग, तालाब के किनारे टहलने के लिए पथ और विशाल प्रवेश द्वार लोगों को अपनी ओर खींच लेती है। तालाब में जगमगाती रोशनी देखते ही बनती है। यहां सुबह और शाम की सैर के लिए बड़ी तादाद में लोग जुटते हैं
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