जेएलएन स्टेडियम नई दिल्ली में आयोजित "हुनर हाट" का 31 दिसम्बर 2021 को ही हुआ समापन समारोह
सुनील मिश्रा नई दिल्ली, 30 दिसंबर, 2021:
अल्पसंख्यक मन्त्री मुख्तार अब्बास नकवी हुनर हाट का समापन करते हुए कहा कि कोरोना की चुनौतियों से निपटने के लिए देश में पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं। हमें पैनिक नहीं प्रीकाशन, प्रिवेंशन की जरुरत है। जेएलएन स्टेडियम में आयोजित "हुनर हाट" में आगंतुकों की बढ़ती संख्या के बीच संयम और सावधानी को देखते हुए 23 दिसंबर 2021 से 5 जनवरी 2022 तक जेएलएन स्टेडियम में चलने वाले "हुनर हाट" को कल दोपहर तक ही चलाये जाने का निर्णय लिया गया है। "वोकल फॉर लोकल" और "स्वदेशी से स्वावलम्बन" के संकल्प के साथ जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम, नई दिल्ली में आयोजित 35वें "हुनर हाट" में देश के 30 से अधिक राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों के 700 से ज्यादा दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों ने भाग लिया। 23 दिसंबर से शुरू इस "हुनर हाट" का उद्घाटन केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन एवं श्रम एवं रोजगार मंत्री श्री भूपेंद्र यादव एवं केंद्रीय विदेश एवं संस्कृति राज्यमंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी द्वारा किया गया था। "हुनर हाट" के उद्घाटन के अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद डॉ. हर्षवर्धन; सांसद श्री मनोज तिवारी एवं श्री प्रवेश साहिब सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। जेएलएन स्टेडियम में आयोजित "हुनर हाट" में असम, बिहार, आंध्र प्रदेश, गुजरात, लद्दाख, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, नागालैंड, मेघालय, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, गोवा, पुडुचेर्री, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, चंडीगढ़, हरियाणा सहित 30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 700 से ज्यादा दस्तकार, शिल्पकार, कारीगर शामिल हुए। ये कलाकार अपने साथ हस्तनिर्मित शानदार एवं दुर्लभ स्वदेशी उत्पाद लेकर आये। वहीँ "हुनर हाट" के बावर्चीखाना में देश के विभिन्न क्षेत्रों के पारम्परिक पकवानों ने हिंदुस्तान के हर क्षेत्र के जायके का मज़ा दिया। "हुनर हाट" में आने वाले लोगों ने विश्वकर्मा वाटिका, पारम्परिक सर्कस, देश के जाने-माने कलाकारों के विभिन्न सांस्कृतिक
-गीत-संगीत के कार्यक्रमों का आनंद भी लिया। नकवी ने कहा कि लोगों ने बड़े पैमाने पर दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों के स्वदेशी उत्पादनों की हौसला अफजाई की। कि "हुनर हाट", देश की स्वदेशी दस्तकारी, शिल्पकारी की विरासत के "प्रोटेक्शन, प्रिजर्वेशन, प्रमोशन का परफेक्ट प्रकल्प" है। "कौशल कुबेरों के कुम्भ", "हुनर हाट" से दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों को काम और नाम दोनों मिल रहा है। "हुनर हाट" "3V"- "विश्वकर्मा विरासत के विकास" का महत्वपूर्ण माध्यम बन गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा देश की हुनर की विरासत को नई ऊर्जा, साथ ही मौका-मार्किट भी मुहैया कराया जा रहा है। श्री नकवी ने कहा कि “हुनर हाट” ने पिछले लगभग 6 वर्षों के दौरान 7 लाख 50 हजार से अधिक कारीगरों, शिल्पकारों और उनसे जुड़े लोगों को रोजगार और स्व-रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं। इनमें 50 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं।
आने वाले दिनों में "हुनर हाट" का आयोजन मैसुरु, गुवाहाटी, पुणे, अहमदाबाद, भोपाल, पटना, पुडुचेरी, मुंबई, जम्मू, चेन्नई, चंडीगढ़, आगरा, प्रयागराज, गोवा, जयपुर, बेंगलुरु, कोटा, सिक्किम, श्रीनगर, लेह, शिलांग, रांची, अगरतला एवं अन्य स्थानों भी पर होगा।