मयूर विहार फ़ेस 1 ESI डिस्पेन्सरी के डाक्टर का दबगई और राक्षसी चेहरे की खुली पोल. मर्ज़ की दवाई कम, मनमर्ज़ी से दवाई से ज्यादा देती हैं.
पूर्वी दिल्ली : मयूर विहार फ़ेस-1, पाकेट-1 की ESI डिस्पेन्सरी मे डाक्टरो की लापरवाही से लोग परेशान हो रहे हैं न तो डिस्पेन्सरी का फ़ोन चलता है न सीनियर डाक्टर उपस्थित है न स्टाफ़ मरीज़ को सही जानकारी के साथ डाक्टरो का नाम बताते हैं न दवाइयां ही मरीज़ के बीमारी के हिसाब से दी जाती है न तो मरीज़ के पूछने पर मर्ज़ ही बताया जाता है बल्कि वीडियो के अनुसाए 6 न. कमरे की डाक्टर शिप्रा ने तो हद ही कर दी दवाई और मर्ज़ बताने के बज़ाए अकड़ और बदतमीज़ी, दुर्व्यवहार करके तमीज़ ही सिखाने लग गई ये तो डाक्टर के पेशे को बदनाम करने का काम कर रही हैं ऐसे दुर्व्यवहार वाली
खतरनाक डाक्टर से मरीज़ बेहाल है इस ESI अस्पताल मे कमरा न. 6 मे बैठने वाली डाक्टर शिप्रा का मरीज़ के साथ दुर्व्यवहार करते हुए भयानक और डरावना चेहरा कैमरे मे कैद हो गया. पहले भी कुछ गरीब, बीमार और असहाय मरीज़ो के साथ वे बदतमीज़ी कर चुकी थी जो सबूत के साथ आज मै खुद वाइफ़ की दवाई लेने पहुंच गया और उन्होंने वही बदतमीज़ी हमारे साथ भी कर दी. और कैमरे मे कैद हो गई. ये केवल इसलिये बनाई है ताकि मरीज़ो के साथ डाक्टर शिप्रा द्वारा किया जाने वाला दबन्गई वाला राक्षसी व्यव्हार सरकार के सामने रखा जा सके इस ESI अस्पताल में मरीज़ का इलाज़ नही किया जाता बीमार किया जाता है. ठीक से check up भी नही किया जाता न देखा जाता है. बिना देखे ही मनमर्ज़ी से दवाई दी जाती है बदनदर्द के मरीज़ को झिलमिल कालोनी भेज देते हैं इस अस्पताल मे कोई सीनियर डाक्टर मौज़ूद नही था जिससे शिकायत की जा सके. डा पंकज मिले उन्होने इलाज़ किया. और सोमवार को सीनियर के आने पर शिकायत करने की बात बताई.
सरकार इस शिप्रा जैसे डाक्टर द्वारा मरीज़ो के साथ दुर्व्यवहार करके डाक्टरी के पेशे को बदनाम करने वाले डाक्टरो पर सख्त से सख्त कार्यवाही करना चाहिए और भगवान स्वरूप इस पेशे को बदनाम होने से बचाना चाहिये
मुझे आशा है कि आप ऐसे डाक्टर शिप्रा के ऊपर कार्यवाही करके मरीज़ो और साथी डाक्टरो के बीच सम्बन्धो को व्यवहारिक बनाएन्गे और कुशल इलाज़ से मरीज़ो के जिन्दगी मे सुधार लाने का प्रयास करेन्गे.