चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेद चरक संस्थान के नाराज़ छात्रों ने कम स्टाइपेंड मिलने से किया हडताल
नाराज़ छात्रों का कहना हैं कि बाकी कॉलेज अपने इंटर्न को ₹23,500/- से ₹26,300/- तक देते हैं तो हमारा स्टाइपेंड सिर्फ ₹15,120/- ही क्यों ?
सुनील मिश्रा नई दिल्ली : दिल्ली के नज़फ़गढ मे चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेद चरक संस्थान के छात्रों ने एकबार फिर स्टाइपेन्ड हड़ताल का रास्ता चुना है पहले फ़रवरी 2020 मे की गई हडताल को कोरोना 19 के कारण समाप्त कर दी थी इस संस्थान के इन्टर्न्स छात्रों का कहना है कि हमे मात्र केवल 15,120/- इंटर्न स्टाइपेन्ड ही क्यों दिया जा रहा है जो कि सबसे कम है जबकि अन्य सन्स्थानो मे 23500/- से लेकर 26,300/- तक दिया जाता है और जून 2022 मे प्रशासन से स्टाइपेन्ड के विषय मे हमारे सीनियर्स द्वारा कई बार आवेदन पत्र दिये और RTI भी लगाई गई लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नही मिला यहाँ तक कि छात्रों ने दिल्ली सरकार के विभिन्न अफसरों को E-mail भी किया। जिसका कोई जवाब नहीं मिला। अंत में छात्रों के हड़ताल पर जाने के फैसले के बाद संस्थान प्रशासन ने छात्रों से कहा है कि हमने फाइल आगे मंत्रालय में भेज दी है आगे की जानकारी दिल्ली सचिवालय से लेनी होगी।
सचिवालय मे वार्ता के बाद मात्र मौखिक आश्वासन ही दिया गया। इसीलिए छात्र मीडिया के माध्यम से अपनी बात सबको पहुंचाने का प्रयास कर रहे है। ताकि जिम्मेदार मंत्री और अफसर इनके विषय को संज्ञान में ले। इस हड़ताल के दौरान छात्रों को मूलभूत सुविधाएं भी संस्थान के द्वारा प्रदान नहीं कराई जा रही है। सभी इंटर्न 4 दिनों से बिना बिजली के अपनी हड़ताल पर बैठे हुए हैं। संस्थान प्रशासन और सरकार दोनों ही मूकदर्शक बने हाथ पर हाथ धरे बैठी है।