बढ़ते साइबर खतरे और आईपीआर चोरी पर जोर : फिक्की-पिंकर्टन ‘इंडिया रिस्क सर्वे 2022’ लॉन्च,


सुनील मिश्रा नई दिल्ली : 
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने ‘न्यू एज रिस्क’ पर एक सेमिनार का आयोजन किया। सेमिनार का उद्देश्य पारंपरिक जोखिम मापदंडों और उभरते जोखिमों की प्रवृत्ति पर चर्चा और बहस करना है, इस आयोजन का मुख्य आकर्षण फिक्की और पिंकर्टन द्वारा संयुक्त रूप से जारी ‘इंडिया रिस्क सर्वे 2022 रिपोर्ट’ का लॉन्च था। 
श्री राजेंद्र रत्नू, कार्यकारी निदेशक-एनआईडीएम, गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने जोखिम प्रबंधन के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हमें विकास प्रक्रिया में बाधा और जोखिमो की पहचान करने की आवश्यकता है। श्री रत्नू ने उभरते जोखिमों के बारे में हितधारकों को संवेदनशील बनाने पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मैं इस विशेष इंडिया रिस्क सर्वे के प्रबंधन में अमृतकाल के लक्ष्य को प्राप्त करने में योगदान दे रहे हैं। श्री दीप चंद, सलाहकार, फिक्की कैसकेड और पूर्व विशेष आयुक्त, दिल्ली पुलिस ने बताया कि ऑनलाइन बाजारों (ई-कॉमर्स) ने नकली उत्पादों के जोखिम को कई गुना बढ़ा दिया है। श्रीमती मंजरी जारुहार, सलाहकार, निजी सुरक्षा उद्योग पर फिक्की समिति और पूर्व विशेष महानिदेशक, सीआईएसएफ, भारत सरकार ने कहा कि नए जमाने के जोखिम हमें घेर रहे हैं साइबर खतरों को समझने और इसे कम करने के लिए बहुत कुछ किया गया है फिक्की के महानिदेशक श्री अरुण चावला ने कहा कि राष्ट्रों की आर्थिक प्रगति सीधे सुरक्षित और अच्छी तरह से संरक्षित काम करने और रहने के माहौल से जुड़ी है। साइबर अवसंरचना की सुरक्षा में निवेश पर अधिक बल दिया जाना चाहिए भारत जोखिम सर्वेक्षण सफलतापूर्वक अपने 10वें वर्ष के पड़ाव में इस सर्वेक्षण रिपोर्ट ने निजी और सार्वजनिक दोनों तरह के कई संगठनों को संभावित और प्रचलित जोखिम पहचानने और उनसे सुरक्षित रखने में मदद की है। - रोहित कर्नाटक, उपाध्यक्ष, भारत एशिया-प्रशांत और यूरोप, मध्य पूर्व और अफ्रीका - ग्लोबल स्क्रीनिंग, पिंकर्टन
‘इंडिया रिस्क सर्वे 2022 रिपोर्ट’ के मुख्य बिंदु- 
बौद्धिक संपदा की चोरी व्यवसायों के लिए एक शीर्ष जोखिम है, क्योंकि व्यापार रहस्य, कॉपीराइट्र, पेटेंट और ट्रेडमार्क को साइबर अपराधियों और जालसाजों द्वारा जल्दी से मुद्रीकृत किया जा सकता है, इन जोखिमों की सक्रिय पहचान से व्यवसाय-केंद्रित रणनीतियों का विकास हो सकता है सूचना और साइबर असुरक्षा व्यवसाय तेजी से अधिक डेटा ऑनलाइन स्टोर करते हैं। जिससे डेटा चोरी, रैंसमवेयर, बाधित व्यवसाय और ब्रांड इक्विटी खराब होती है। व्यवसायों को एक प्रभावी सुरक्षा प्रणाली बनाने और अपने आईटी सिस्टम को हैकटीविस्ट से बचाने के लिए विभिन्न सुरक्षा जोखिमों का आकलन करने और साइबर हमलों के प्रभावों का निर्धारण करने की आवश्यकता है। व्यवसायों को अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करना चाहिए और अपने मूल्यवान कर्मचारियों के लिए सुरक्षित कार्यस्थल बनाना चाहिए।

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