एआईसीटीई ने मनाया 9वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, प्रो. टी.जी. सीताराम ने एआईसीटीई पोर्टल किया लॉन्च
सुनील मिश्रा नई दिल्ली : एआईसीटीई के चेयरमैन प्रो. टी.जी. सीताराम ने आज एआईसीटीई मुख्यालय में 9वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का उद्घाटन किया।
एआईसीटीई के अधिकारियों/कर्मचारियों ने योग दिवस समारोह में भाग लेकर योग आसनों का उत्साहपूर्वक प्रदर्शन किया। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अभ्यास सत्र का संचालन एस-व्यास के सम्मानित और कुशल आचार्य डॉ. रवींद्र मोहन ने किया। और 45 मिनट के योगाभ्यास के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार मुद्रा में प्रार्थना के साथ हुई। इसके बाद डॉ. रवींद्र मोहन के मार्गदर्शन में एक साथ योगासन, प्रयासन और ध्यान किया गया। प्रतिभागियों ने ताड़ासन, वृक्षासन, अर्ध चंद्रासन, त्रिकोणासन, भद्रासन, वज्रासन, भारद्वाजसन, भुजंगासन, शलभासन, मरीच्यासन और कई अन्य योग आसन किए। डॉ. रवीन्द्र मोहन ने योग दिवस पर कहा कि , "एक व्याकुल तन, एक तनावग्रस्त मन की उत्पत्ति करता है । इसलिए मन को शांत करने के लिए शरीर को शांत करना महत्वपूर्ण है योग ध्यान उन लोगों के लिए बहुत अच्छा काम करता है, जिन्हें ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होती है शरीर का व्यायाम करने के बाद स्थिर रहना और आराम करना आसान है। कई प्रतिभागियों ने अपने शारीरिक स्वास्थ्य, दर्द, एकाग्रता के मुद्दों आदि को सुधारने के लिए अपने प्रश्नों और मुद्दों के लिए बहुमूल्य जानकारी और समाधान प्राप्त किया। इस मौके पर प्रो. टी.जी. सीताराम ने योग अभियान 2023, एआईसीटीई पोर्टल लॉन्च किया और पोर्टल को सफल बनाने के लिए इसमें योगदान देने का अनुरोध किया।
उन्होंने उल्लेख किया कि जहां योग आपके शरीर को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है, वहीं ध्यान, माइंडफुल ब्रीदिंग और मेंटल इमेजरी से मानसिक स्वास्थ्य लाभों को भी प्राप्त कर सकते हैं। योग हमें ब्रह्मांडीय ऊर्जा देता है और पूर्ण संतुलन और सद्भाव प्राप्त करने में मदद करता है, यह आत्म-उपचार को बढ़ावा देता है और मन से नकारात्मक अवरोधों को दूर करके योग व्यक्तिगत शक्ति को बढ़ाता है, आत्म-जागरूकता बढ़ाता है, हमारे तनाव को कम करता है और पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम को सक्रिय करता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।