दिल्ली में यमुना खादर मे लाखों की आबादी पर राजनीतिक चेहरे और प्रशासन बने अन्धे, लूले, लन्गडे, गून्गे, बहरे
उपराज्यपाल साहब ये यमुना खादर मे अवैध आबादे गम्भीर समस्या को जरूर देखें
सुनील मिश्रा नई दिल्ली :
दिल्ली में यमुना नदी के डूब क्षेत्र मे यमुना खादर मे अवैध और गैरकानूनी तरीके से लाखों की आबादी कैसे बस गई ये टैक्स पेयर जनता की गाढी कमाई पर डाका डालने या फ़्री की रेवडी (जैसे राशन, पानी, बिजली, महिला की फ़्री यात्रा, भिखारियो की बढती जनसंख्या, भीख माँगने और मन्गवाने वाले माफ़िया, जैसे लोग तथा अन्य राज्यों से यहाँ आकर लोग क्यों और कैसे बस गये दिल्ली सरकार एवं केन्द्र सरकार के लिए बहुत बडी गम्भीर समस्या है जिसे दोनो सरकारे अन्धी, लूली, लन्गडी बनकर प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नही कर रही हैं क्या सरकारे अन्धी हैं दिल्ली मे यमुना बचाओ अभियान छेड़ा जाता है केवल कूडे से नही बल्कि अवैध और गैरकानूनी कब्ज़ा करने वालो से भी बचाना जरूरी है यमुना नदी मे दूसरा राज्य बन चुके यमुना खादर तलहटी मे अवैध लोगों को बसाने मे राजनीतिक संरक्षण और अन्धे लन्गडे लूले प्रशासन की बहुत बडी भूमिका नज़र आती है जिसे केन्द्र एवं राज्य सरकारे आन्खे मून्दे हुए हैं समझने के लिये बताता हूँ अन्धी सरकार को यमुना की आबादी दिखाई नही देती, प्रशासन की कार्यवाही मे हाथ काँपते हैं, जाँच पडताल करने के लिये वहाँ तक पहुँचने मे पैर डगमगाते हैं.
अब बात आती है दिल्ली मे चुस्त दुरुस्त उपराज्यपाल महोदय की तो उन्हे नाव पर बैठ कर घूमते तो देखा गया लेकिन दिल्ली के लिये गम्भीर समस्या बनी यमुना खादर की आबादी देखने का मौका नही मिला यदि सरकारी प्रशासन ध्यान न दे तो उपराज्यपाल को इस यमुना खादर के आबादी समस्या पर विशेष ध्यान देना चाहिए ताकि पता लगाया जा सके कि किस प्रकार के लोग यहाँ रह रहे हैं. और भविष्य मे कोई गम्भीर घटना होने पर जिम्मेदार प्रशासन पर कार्यवाही की जा सके.