श्री सज्जन जिंदल, श्रीमती वासवी भरतराम, दिल्ली पुलिस सहित 27 सेवा विभूतियों को मिला सेवा सम्मान
सेवा भारती, दिल्ली ने पिछले वर्ष श्री रतन टाटा को भी सम्मानित किया था
सुनील मिश्रा नई दिल्ली : सेवा क्षेत्र में वर्ष 1979 से कार्य कर रही सेवा भारती ने इस वर्ष कार्यक्रम दिल्ली स्थित AICTE हॉल में आयोजित किया । इस
सेवा सम्मान कार्यक्रम के दौरान ऐसी सेवा विभूतियों को उनके अविस्मरणीय सामाजिक कार्यों के लिए सम्मानित किया, जिन्होंने निस्वार्थ भाव से लाखों वंचितों और अभावग्रस्त परिवारों तक
सहयोग पहुंचा कर उनका जीवन स्तर उठाने का प्रयास किया। JSW Group के सी.एम.डी श्री सज्जन जिंदल और SRF की श्रीमती वासवी भरतराम को सेवा रत्न और अन्य 25 सेवा विभूतियों को सेवा भूषण से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आदरणीय श्री ओम बिरला जी, माननीय अध्यक्ष, लोकसभा, मुख्य वक्ता के रूप में आदरणीय श्री इंद्रेश कुमार जी, सदस्य, अखिल भारतीय कार्यकारिणी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, डॉ. अनिल अग्रवाल, प्रख्यात हृदय विशेषज्ञ एवं माननीय संघचालक, दिल्ली, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, श्रीमती रेणु पाठक, माननीय महामंत्री, राष्ट्रीय सेवा भारती का सानिध्य प्राप्त हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता कन्टिनेन्टल मिल्कोस के फाउंडर सेवाभूषण श्री श्याम सुंदर अग्रवाल ने संबोधित करते हुए श्री ओम बिरला जी ने कहा कि सेवा भारती अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के लिए कार्य कर रही है राष्ट्र निर्माण में सम्मिलित हों। समाज के अलग अलग वर्गों में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन और संस्कार की व्यापक योजना के माध्यम से अपना योगदान सुनिश्चित कर रही है। श्री इंद्रेश कुमार ने संबोधन में बताया कि सेवा सबसे सर्वोत्तम भक्ति है और इस भक्ति को धारण कर राम भी स्वयं भगवान श्री राम बने। सेवा का क्रय-विक्रय नही किया जा सकता। आज सेवा भारती ने जिन्हें भी सम्मानित किया, वो सभी विनम्रता और करूणा की मूर्ति हैं। श्री इंद्रेश कुमार जी ने स्व. अशोक सिंघल जी और स्व. विष्णु जी को भी स्मरण किया।
सेवा भारती दिल्ली प्रांत में सेवाक्षेत्र में ऐसे सैकड़ों सेवा विभूति हैं जो तन-मन और धन से समाज में अपना योगदान सुनिश्चित करते हैं, ऐसी कुछ चुनी हुई सेवा विभूतियों को इस मंच पर माननीय लोकसभा स्पीकर द्वारा सम्मानित किया गया है।
सेवा भारती के महामंत्री श्री सुशील गुप्ता ने बताया कि ऐसे प्रयास समाज के लिए प्रेरणा बनकर सैकड़ों सेवाकर्मियों को राष्ट्र साधना के लिए प्रोत्साहित करते हैं। भारत भूमि सदैव, सर्वदा समर्पण का भाव जागृत करती है और एक समरस, समावेशी समाज के निर्माण के लिए प्रेरित करती है।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष श्री रतन टाटा, श्री सीबीआर प्रसाद, अमूल, श्री रघुपति सिंघानिया सहित 33 सेवा विभूतियों को सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया था।