अयोध्या प्रकरण मे बरी हुए सभी 32 आरोपी
नई दिल्ली : रक्षामन्त्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ के विशेष अदालत ने बाबरी मस्जिद विध्वन्स केस मे 32 लोगो के किसी भी षडयन्त्र मे शामिल न होने के निर्णय का स्वागत करता हूं. सीबीआई के विशेष अदालत द्वारा विवादास्पद ढान्चे के विध्वन्स मामले मे आरोपित सभी दोषियों को ससम्मान बरी करने के निर्णय को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्वागत करता है अब देश के समक्ष आने वाली हर चुनौतियों को सामना करने के लिये तैयार रहना चाहिए. आइये छोटी सी जानकारी दे दे आपको : इस केस के सुनवाई को 13 न्यायाधीशो ने पूरी की. फ़िर 28 जुलाई 2020 को 32 मे से 31 अभियुक्तो के बयान की कार्यवाही पूरी की गई. 18 अगस्त 2020 को सीबीआई ने 400 पेज की लिखित बहस की कापी दाखिल करने के बाद एक कापी बचाव पक्ष को भी दिया और 16 सितम्बर 2020 को कोर्ट ने 30 सितम्बर 2020 को फ़ैसला देने का आदेश दिया. सीबीआई ने विवेचना के वक्त कुल 994 गवाह बनाए थे उसमे से केवल 351 गवाह पेश कर पाई और 600 दस्तावेज साक्ष्य के रूप मे पेश किया 4 जून को बयान दर्ज़ होने शुरू हो गये थे. निम्न आरोप जो सिद्ध नही हो पाए. धारा 147 : बलवा करने का आरोप, धारा-135A : धर्म,भाषा, व ...